Lagna

बारहो लगन की विशेषताएँ

मेष

लक्षण : साहसी, दृढ़, आत्मविश्वास, उत्साही, आशावादी, ईमानदार, भावुक

कमजोरियाँ: अधीर, मूडी, छोटी स्वभाव वाली, आवेगी, आक्रामक

मेष राशि वालों को पसंद है: आरामदायक कपड़े, नेतृत्व की भूमिकाएँ, शारीरिक चुनौतियाँ, व्यक्तिगत खेल

मेष नापसंद: निष्क्रियता, देरी, वह काम जो किसी की प्रतिभा का उपयोग नहीं करता है

मेष लग्न के जातक देखने में दुबले-पतले अर्थात् ना अधिक मोटे और ना ही अधिक पतले, लेकिन अन्दर से मजबूत एवं कठोर होते हैं। मेष लग्न चर लग्न है अर्थात् चलायमान। ये एक जगह टिककर नहीं बैठ सकते हैं निरन्तर क्रियाशील रहना इनके स्वभाव में होता है। लग्न के स्वामी मंगल होने की वजह से सेनापति की भांति अनुशासनप्रिय होते हैं। इन्हें किसी भी कार्य में बैठे रहना पसंद नहीं होता है। ये एक साथ कई कार्य शुरू करते हैं। इन्हें प्रतीक्षा करना पसंद नहीं होता है इसलिए तुरन्त परिणाम न आने पर काम को बीच में ही छो़डने की प्रवृत्ति रखते हैं और अपने इसी स्वभाव के कारण कोई भी कार्य पूरा नहीं कर पाते हैं। मेष लग्न अग्नि तत्त्व लग्न है इसलिए आपको तेज मसालेदार खाना पसंद होता है। तेज मसालेदार भोजन करने की वजह से आपको पित्त संबंधी समस्याएँ अधिक रहती है। आपको अपने खान-पान में कम मसाले वाला भोजन उपयोग करना चाहिए और पानी अधिक से अधिक पीना चाहिए। मसाले वाला तीखा भोजन करने की वजह से आपको पेट संबंधी समस्या भी रहती है।अग्नि तत्त्व होने से आपको क्रोध बहुत अधिक आता है लेकिन जितनी शीघ्रता से क्रोध आता है उतनी शीघ्रता से उतर भी जाता है। आपको अपने क्रोध पर नियंत्रण रखने का प्रयास करना चाहिए अन्यथा व्यर्थ में ही आपके विरोधी बनते चले जायेंगे।  मेष लग्न का चिह्न मेढ़ा होता है जिस प्रकार मेढ़ा बिना सोचे-समझे अपने शत्रु पर वार करता है उसी प्रकार मेष लग्न वाले जातक भी बिना सोचे, बिना सामने वाले की शक्ति का आंकलन किये कार्य करते हैं। अपने संबंधों में मधुरता बनाये रखने के लिए आपको अपनी वाणी एवं व्यवहार में विनम्रता लानी चाहिए। 
आपको अपने स्वभाव में धैर्य धारण करना चाहिए। आप अत्यधिक महत्वकांक्षी होते हैं। अपनी महत्वकांक्षाओं की पूर्ति के लिए आप लगातार मेहनत करते हैं। आपको योजना बनाना पसंद होता है, नेतृत्व करना पसंद होता है लेकिन किसी के निर्देशन में कार्य करना पसंद नहीं होता है। मेष लग्न के जातक दिल के साफ होते हैं तथा जो भी कहना होता है उसे सामने ही बोल देते हैं।

वृषभ

वृषभ के लक्षण। ताकत: विश्वसनीय, रोगी, व्यावहारिक, समर्पित, जिम्मेदार, स्थिर।

कमजोरी: जिद्दी, अधिकारहीन, अडिग।

वृषभ पसंद करता है: बागवानी, खाना पकाने, संगीत, रोमांस, उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े, हाथों से काम करना

वृषभ नापसंद: अचानक परिवर्तन, जटिलताओं, किसी भी प्रकार की असुरक्षा, सिंथेटिक कपड़े

वृषभ लग्न के जातकों का छोटा कद, लेकिन आकर्षक व्यक्तित्व होता है। स्थिर लग्न होने से इनका स्वभाव स्थिरता लिये हुए होता है। ये जो भी कार्य करते हैं उसे पूरा करके ही हटते हैं। राशि चिह्न बैल होने की वजह से ये अत्यंत मेहनती होते हैं तथा लगातार कार्य करते रहना इनका व्यवहार हैं। आप इनसे प्यार से कुछ भी करा सकते हैं लेकिन जबरदस्ती करने पर ये बैल की भाँति अड़ियल हो जाते हैं, उस स्थिति में इनसे कुछ भी कराना मुश्किल होता है।  ये जिद्दी होते हैं, इन्हें अपनी जिद्द को छो़डने का प्रयास करना चाहिए। पृथ्वी तत्त्व होने से सहनशीलता का भाव इनमें कूट-कूट कर भरा होता है। जब तक इनसे सहन होता है, करते जाते हैं। अधिक सहन करने की वजह से कई बार गंभीर बीमारियों से ग्रस्त भी हो जाते हैं।  अत्यधिक मेहनत करने एवं लगातार बिना रूके काम करने की अपनी आदत की वजह से आप अपने खानपान पर भी ध्यान नहीं देते हैं और आपको गैस से संबंधित रोग हो सकते हैं। लेकिन जब किसी की सहायता करते हैं तो अपनी पूर्व शक्ति लगा देते हैं। काम के साथ आपको अपने खाने-पीने पर भी ध्यान देना चाहिए। लंबे समय तक भूखे ना रहकर बीच-बीच में थो़डा-थो़डा खाना चाहिए। शुक्र के प्रभाव होने से अपने कार्यस्थल पर आप हर आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हैं। आप अपने पहनावे पर बहुत अधिक ध्यान देते हैं। समय के साथ अपने रहन-सहन में आप परिवर्तन करते रहते हैं। योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना आपको पसंद होता है। 
हर वस्तु को नियत स्थान पर रखना,  हाथ में लिया गया प्रत्येक कार्य पूर्ण करना,  प्रत्येक सुन्दर वस्तु की ओर आप आसानी से आकर्षित हो जाते हैं। आपको ये लगता है कि आप सही हैं,  गुस्से में आप यह भी भूल जाते हैं कि सामने वाला भी सही हो सकता है। अपने क्रोध एवं क्रोध की स्थिति में किसी के बारे में बनने वाली अपनी सोच को आपको बदलना चाहिए।

मिथुन

लक्षण – मिथुन आरोही: विशेषज्ञ संचारक

ताकत: कोमल, स्नेही, जिज्ञासु, अनुकूलनीय, जल्दी से सीखने और विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता

कमजोरी: घबराहट, असंगत, अविवेकपूर्ण

मिथुन पसंद करता है: संगीत, किताबें, पत्रिकाएं, लगभग किसी के साथ चैट, शहर के चारों ओर छोटी यात्राएं

मिथुन नापसंद: अकेला होना, सीमित होना, दोहराव और दिनचर्या

मिथुन लग्न पर बुध का प्रभाव होता है। आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं आपका मस्तिष्क सदैव विचारमान व गतिमान रहता है इसलिए हर समय कुछ न कुछ आपके मस्तिष्क में चलता रहता है। आपके व्यक्तित्व में सुकोमलता और बालसुलभ क्रियायें सभी को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। 

लग्न के स्वामी बुध होने की वजह से कठिन से कठिन काम को भी आप अपनी बुद्धि कौशल से आसान बना लेते हैं। जिन विषयों में जितनी गहराई अधिक होती है उनके प्रति आपका झुकाव उतना ही अधिक होता है, इसलिए गणित जैसे कठिन विषय के प्रति आपका झुकाव अधिक होता है। आपका मजाकिया स्वभाव होता है कई बार लोग आपकी मजाक को आसानी से नहीं समझ पाते हैं और आपसे नाराज तक हो जाते हैं।


 मिथुन लग्न के जातक मध्यम कद के होते हैं। शारीरिक श्रम आपके व्यक्तित्व का हिस्सा नहीं बन जाता है क्योंकि काफी कर्यो का प्रबंधन आप बुद्धि कौशल से सम्पन्न कर लेते हैं। द्विस्वभाव लग्न होने से आपके स्वभाव में भी दोहरापन (वास्तव में लचीलापन) होता है।  समय के अनुसार अपने व्यवहार को बदल लेना अथवा हर परिस्थिति में स्वयं को ढाल लेना, वातावरण को अपने अनुसार ढाल लेना या स्वयं वातावरण के अनुसार ढल जाना आपके स्वभाव की विशेषता होती है। मिथुन लग्न का चिह्न स्त्री-पुरूष का जो़डा, जिसमें पुरूष के हाथ में गदा एवं स्त्री के हाथ में वीणा है, जिससे कभी ये कठोर स्वभाव एवं कभी बिल्कुल कोमल व्यवहार लिये होते हैं। मिथुन लग्न के जातक अकेले नहीं रह सकते हैं। आपको मित्रों के साथ बैठना अच्छा लगता है। आप हर आयु वर्ग के व्यक्ति के साथ मित्रता कर भी लेते हैं और उसे निभा भी लेते हैं। आप हर तरह के माहौल में स्वयं को ढाल लेते हैं। प्रत्येक तरह का भोजन आपको पसंद होता है। आप मिश्रित प्रकृति होने के कारण आपको रोग भी मिश्रित अर्थात् कई प्रकार के ही होते हैं।  आपको खान-पान में विशेष रूप से घर से बाहर के खाने का परहेज करना चाहिए। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के ही कारण आप कई क्षेत्रों में प्रसिद्धि हासिल करते हैं। आपका व्यवहारिक ज्ञान अच्छा होता है।किसी भी व्यक्ति से अपना कोई काम कैसे करवाया जाये, यह व्यवहार कुशलता आपको अच्छी तरह से आती है। हर चीज को सीखने एवं पाने की ललक आप मे रहती है। आप खाली नहीं बैठ सकते हैं। हर समय व्यस्त रहना कुछ नया करने की इच्छा आपमें रहती है। आपका हँसमुख स्वभाव आपको हर जगह लोकप्रिय बनाता है।

मिथुन आरोही मूल निवासी जिज्ञासु स्वभाव, घूमने-फिरने की इच्छा, स्वतंत्रता की आवश्यकता और अपने सामाजिक दायरे के भीतर संबंध और जेल बनाने के लिए देता है। वे बेचैन, चिंतित और अधीर दिखाई देते हैं और यह कई कार्यों में उनकी निरंतर भागीदारी के कारण होने की संभावना है। बौद्धिक टिप्पणियों की तुलना में भावनाओं के उल्लंघन की आवश्यकता वाले परिस्थितियों में फंसने पर भी भावनात्मक लगाव की कमी होती है। उनका संचार मजबूत है, लेकिन वे इसका उपयोग लोगों को प्रभावित करने के लिए करते हैं न कि उनका पोषण करने के लिए। यह रवैया हमेशा दूसरों के लिए अच्छा नहीं होता है, खासकर संवेदनशील लोगों के लिए। मिथुन राशि के जातक शारीरिक की तुलना में बौद्धिक उत्तेजना की ओर प्रवृत्त होते हैं, इसलिए उनके रिश्तों में अक्सर गहराई और गर्मी की कमी होती है। वे सहज और मज़ेदार होते हैं लेकिन हमेशा भावुक और तीव्र नहीं होते हैं।

कर्क

सामर्थ्य: दृढ़, अत्यधिक कल्पनाशील, वफादार, भावनात्मक, सहानुभूतिपूर्ण, प्रेरक

कमजोरी: मूडी, निराशावादी, संदिग्ध, जोड़ तोड़, असुरक्षित

कैंसर पसंद करता है: कला, घर-घर के शौक, पास या पानी में आराम करना, प्रियजनों की मदद करना, दोस्तों के साथ एक अच्छा भोजन

कैंसर नापसंद: अजनबी, माँ की किसी भी आलोचना, व्यक्तिगत जीवन का खुलासा।

कर्क लग्न पर चन्द्रमा का प्रभाव होने से आप अति संवेदनशील होते हैं। कर्क लग्न जोकि एक जलतत्त्व है इसलिए जिस प्रकार जल अपने लिए रास्ता बना ही लेता है उसी प्रकार कर्क लग्न के व्यक्ति भी अपना कार्य निकाल ही लेते हैं। चर लग्न है इसलिए लगातार कार्य करना आपका स्वभाव होता है। आपको जलीय स्थानों के नजदीक रहना अधिक प्रिय होता है। ठण़्डी जगहों पर रहना एवं ठण्डी वस्तुओं का सेवन आपको अधिक प्रिय होता है। ठण्डी वस्तुओं के अत्यधिक सेवन से आपको कफ संबंधी समस्या अधिक होती है अत: आपको गर्म वस्तुओं का सेवन भी करना चाहिए। कर्क लग्न के जातक जिनके साथ भावनात्मक रूप से जु़ड जाते हैं, उनकी सुरक्षा अपनी जिम्मेदारी मान लेते हैं उनके लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं तथा जिनसे शत्रुता हो जाती है उन्हें बर्बाद करने के लिए कोई कसर नहीं छो़डते हैं। लगातार कार्य करना आपका स्वभाव होता है, बिना थके निरन्तर कार्य करना आपके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालता है। आपको अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करना चाहिए। कार्य के घण्टो में से थो़डा समय आराम के लिए भी निकालें। कर्क लग्न के जातक पतले तथा मध्यम कद के होते हैं। जिस प्रकार केक़डा (कर्क राशि का प्रतीक चिह्न) जल एवं भूमि दोनों जगह समायोजन कर लेता है उसी प्रकार कर्क लग्न के व्यक्ति भी हर परिस्थिति में स्वयं को ढाल लेते हैं।  इनकी जीवनशैली ऎश्वर्यपूर्ण होती है। ये अत्यंत धैर्यवान होते हैं कठिन से कठिन समय मे भी घबराते नहीं है।आप अत्यधिक भावनात्मक होते हैं इसलिए आपके निर्णय कई बार गलत भी हो जाते हैं। आपके स्वभाव में कई बार जिद्दीपन आ जाता है।  अपने स्वभाव के इस नकारात्मक पक्ष को छो़डने का प्रयास आपको करना चाहिए। कर्क लग्न वाले जातकों के भाव जब तक बिल्कुल सिर पर नहीं जाते हैं, तब तक वो गंभीर नहीं होते हैं लेकिन जब किसी काम को करने की ठान लें, तो उसे करके ही बैठते हैं। इस लग्न में जन्में जातकों के जीवन में अचानक ही परिवर्तन आते हैं।

एक केकड़े की तरह, वे खुद को अज्ञात से बचाते हैं। एक केकड़े के पास अपने कमजोर शरीर को ढंकने के लिए एक कठिन खोल होता है। जब किसी उपक्रम में खतरा या टकराव होता है, तो कर्क राशि में जन्म लेने वाले लोग अपने खोल से पीछे हट जाते हैं। वे स्वभाव से काफी अंतर्मुखी भी होते हैं। वे बहुत प्यारे, विनम्र और स्वीकार्य हैं। असहज माहौल में वे पीछे हट जाते हैं। वे असाधारण रूप से वफादार होते हैं और अपने प्रियजनों की देखभाल करते हैं।

सिंह

सामर्थ्य: रचनात्मक, भावुक, उदार, हार्दिक, हंसमुख, विनोदी

कमजोरी: अभिमानी, जिद्दी, आत्म-केंद्रित, आलसी, अनम्य

पसंद : थिएटर, छुट्टियां लेना, प्रशंसा, महंगी चीजें, चमकीले रंग, दोस्तों के साथ मस्ती

नापसंद: नजरअंदाज किया जाना, कठिन वास्तविकता का सामना करना, राजा या रानी की तरह व्यवहार नहीं किया जाना

सिंह लग्न के जातक अत्यंत तेजस्वी एवं आत्मविश्वासी होते हैं। अग्नि की ही भांति ऊर्जावान होते हैं किसी भी कार्य को करने से पीछे नहीं हटते हैं जो कार्य प्रारंभ करते हैं उसे पूरा करके ही बैठते हैं। नीतियाँ बनाना एवं उन पर कार्य करना इन्हें पसंद होता है। अनुशासनहीनता इन्हें बर्दाश्त नहीं होती है। जो नियम ये बनाते हैं, उन पर स्वयं भी कार्य करते हैं और दूसरों से करवाते भी है। अपना मान सम्मान इन्हें बहुत प्रिय होता है। यदि किसी से कोई वादा करते हैं तो उसे निभाते हैं। ये सब के साथ न तो धुल-मिल नहीं पाते नहीं ये पसंद करते हैं। इन्हें केवल अपने स्तर के व्यक्तियों के साथ ही उठना-बैठना पसंद होता है। स्थिर लग्न होने से इनके स्वभाव एवं व्यवहार में भी स्थिरता होती है।  यह जो भी कहते हैं, उस पर अंत तक स्थिर रहते हैं। जिस भी कार्य को ये शुरू करते हैं उससे अंत तक जु़डे रहते हैं। जैसा व्यवहार ये दूसरों के साथ करते हैं, वैसे ही व्यवहार की अपेक्षा अपने लिए भी रखते हैं और ऎसा न होने पर तीखा बोलने से भी पीछे नहीं हटते हैं। सिंह लग्न के स्वामी क्योंकि सूर्य हैं, इसलिए इस लग्न के व्यक्ति राजस्वी गुण लिये होते हैं। ऎशोआराम का जीवन पसंद होता है।  कार्य करवाना इन्हें पसंद होता है, स्वयं कार्य करना पसंद नहीं होता है। किसी और के द्वारा किया या कार्य इन्हें पसंद नहीं आता है, चाहे वह कितना ही अच्छा किया गया हो। जल्दी से किसी की बात मानना या उस पर सहमत होना इनके लिए मुश्किल होता है जो इनके संरक्षण में आता है, उसको पूर्ण रूप से सहायता करते हैं।  ये मानसिक और प्रशासनिक कार्य अच्छे से करते हैं शारीरिक कार्य करना इनको पसंद नहीं होता है। सिंह लग्न के व्यक्ति जिनसे प्यार अथवा मित्रता करते हैं उस पर केवल अपना ही अधिकार समझते हैं और ये ईर्ष्या की हद तक होता है।  सिंह लग्न के जातक मध्यम कद एवं संतुलित व्यक्तित्व के व्यक्ति होते हैं। इनका शारीरिक गठन संतुलन लिये हुए होता है। ये दयालु प्रवृत्ति के होते हैं, सबके लिए समान व्यवहार इनके मन में होता है। ये अपनी परम्पराओं से बहुत अधिक जु़डे होते हैं। उन्हें निभाना इनके स्वभाव में होता है। 
अत्यधिक क्रोध करना एवं तीखा राजसी भोजना अधिक करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। अपने खान-पान पर एवं क्रोध पर नियंत्रण रखें। आपको पित्त से संबंधित परेशानी हो सकती है। पानी का सेवन अधिक करें। अपने राजसी एवं ऎश्वर्यशाली जीवनशैली पर नियंत्रण रखें। अति किसी भी चीज की हानिकारक होती है।

कन्या

सामर्थ्य: वफादार, विश्लेषणात्मक, दयालु, मेहनती, व्यावहारिक

कमजोरी: शर्म, चिंता, स्वयं और दूसरों की अत्यधिक आलोचना, सभी काम और कोई खेल नहीं

कन्या पसंद करती है: पशु, स्वस्थ भोजन, किताबें, प्रकृति, स्वच्छता

कन्या नापसंद: अशिष्टता, मदद के लिए पूछ रहा है, केंद्र चरण ले रहा है

विर्गोस हमेशा सबसे छोटे विवरणों पर ध्यान दे रहे हैं और मानवता की उनकी गहरी भावना उन्हें राशि चक्र के सबसे सावधान संकेतों में से एक बनाती है। जीवन के लिए उनका व्यवस्थित दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करता है कि कुछ भी मौका न छोड़ा जाए, और यद्यपि वे अक्सर कोमल होते हैं, उनका दिल बाहरी दुनिया के लिए बंद हो सकता है। यह एक संकेत है जिसे अक्सर गलत समझा जाता है, इसलिए नहीं कि उनमें व्यक्त करने की क्षमता की कमी होती है, बल्कि इसलिए कि वे अपनी भावनाओं को मान्य, सत्य या यहां तक ​​कि प्रासंगिक होने के कारण स्वीकार नहीं करते हैं। नाम के पीछे प्रतीकवाद उनकी प्रकृति के बारे में अच्छी तरह से बोलता है, इस भावना के साथ पैदा हुआ कि वे पहली बार सब कुछ अनुभव कर रहे हैं।

कन्या राशि के जातक थोड़ा गंभीर और आरक्षित होते हैं, लगभग लियो के विपरीत। वे अपने इरादों या उपलब्धियों को जोर से बोलना पसंद नहीं करते। बल्कि, वे पर्दे के पीछे काम करते हैं और कभी भी सेंटर स्टेज पर नहीं जाते हैं। वे काफी संगठित, अनुशासित और चतुर हैं और बुद्धिमत्ता की यह आभा उनके व्यक्तित्व में काफी स्पष्ट है। अवलोकन और विश्लेषण उन्हें संतुष्टि की भावना देता है। हमेशा उन्हें स्वीकार करने से पहले चीजों की जांच करने के लिए समय लगता है। वे संबंध बनाने में भी समय लेते हैं, क्योंकि वे पहले लोगों का विश्लेषण करते हैं। कभी-कभी, ये मूल निवासी भी प्रकृति की आलोचना कर रहे हैं। वे लोगों और स्थितियों पर पर्यवेक्षणीय टिप्पणी करते हैं।

कन्या राशि के लोग अपनी शारीरिक जरूरतों के बारे में अत्यधिक जागरूक होते हैं, विशेष रूप से इस बात से कि वे क्या पहनते हैं और क्या खाते हैं। वे एक अनुशासित आहार और कसरत शासन का पालन करते हैं। थोड़ी असुविधा और पर्यावरण में बदलाव उन्हें एलर्जी जैसे स्वास्थ्य के मुद्दों की ओर ले जाता है। वे वास्तव में समझदार हैं और अपने परिवेश में थोड़े बदलाव से प्रभावित हैं। वे कसरत की ओर आकर्षित होते हैं जो मन, शरीर और आत्मा के एक सहज सिंक को सक्षम करता है।

आरोही में कन्या राशि वाले लोग भी विवरणों पर तीव्र ध्यान देते हैं। उनका अवलोकन मजबूत है, इसलिए वे छोटे विवरणों को नोटिस करते हैं जो दूसरों को अक्सर अप्रासंगिक मानते हैं। कभी-कभी उनके आलोचनात्मक रवैये के कारण और दूसरों पर, खुद को शांत और एकत्र करने के लिए उनके संबंधों में झुकाव के बावजूद उनके रिश्ते कभी भी पीड़ित हो सकते हैं, क्योंकि वे सबसे बड़े विवरण की अनदेखी करते हुए सबसे बड़े चित्र को नजरअंदाज करते हैं।

तुला

सामर्थ्य: सहकारिता, कूटनीतिक, शालीन, निष्पक्ष, सामाजिक

कमजोरी: अनिश्चित, टकराव से बचा जाता है, एक गंभीर, आत्म दया लाएगा

तुला राशि वाले पसंद करते हैं: सद्भाव, सौम्यता, दूसरों के साथ साझा करना, बाहर

तुला नापसंद: हिंसा, अन्याय, जोर से, अनुरूपता

तुला राशि के तहत पैदा हुए लोग शांतिपूर्ण, निष्पक्ष होते हैं, और वे अकेले होने से नफरत करते हैं। उनके लिए, उनके दर्पण के रूप में भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है और कोई उन्हें खुद को दर्पण होने की क्षमता दे रहा है। इन व्यक्तियों को संतुलन और समरूपता से मोहित किया जाता है, वे न्याय और समानता के लिए निरंतर पीछा कर रहे हैं, जीवन के माध्यम से यह महसूस करते हैं कि एकमात्र चीज जो व्यक्तित्व के आंतरिक कोर में खुद के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण होनी चाहिए। यह किसी को भी संघर्ष से बचने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार है, जब भी संभव हो शांति बनाए रखें

क्या आपने कभी सोचा है, हर कोई उसे पसंद क्यों करता है? खैर, वह एक तुला आरोही होना चाहिए। इन लोगों के बारे में एक हवादार और आसान गुणवत्ता है, यही वजह है कि कोई भी उनकी तरह मदद नहीं कर सकता है। वे न्यायप्रिय, न्यायप्रिय और शांतिप्रिय व्यक्ति होते हैं। आकर्षक और मिलनसार, वे लोगों को इतनी आसानी से आकर्षित करते हैं। हालांकि वे भावनात्मक भागीदारी से बचते हैं। उनमें रिश्तों की कड़ी होने की प्रबल संभावना है। ऐसा इसलिए है क्योंकि उन्हें दृढ़ता से किसी के आसपास होने की आवश्यकता है। ऐसा नहीं है कि वे निर्भर हैं, लेकिन क्योंकि वे सिर्फ अकेले नहीं हो सकते।

वे अपने सबसे अच्छे रूप में कार्य करते हैं जब कोई ऐसा व्यक्ति होता है जिस पर वे भरोसा कर सकते हैं। वे अपराध में एक साथी के बिना अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते, आंशिक रूप से यही कारण है कि वे इतनी जल्दी शादी कर लेते हैं। तुला राशियों को भरोसेमंद और प्रतिस्पर्धी साझेदारों की ओर खींचा जाता है, फिर से नहीं क्योंकि वे एक निर्भरता के लिए प्रयास करते हैं, लेकिन क्योंकि वे समान होना चाहते हैं। संतुलन, सामंजस्य, अनुपात, संतुलन, समानता और निष्पक्षता कुछ कीवर्ड हैं जो तुला राशि के साथ जुड़े हो सकते हैं।

तुला राशि वाले जातकों का जन्म शांति प्रिय होता है, उन्हें सिर्फ मैदान को समतल करना है, शांति बनाना है। वे एक सामान्य आधार खोजने और तर्कों को सुलझाने में सुपर अच्छे हैं। वे बहुत निष्पक्ष हैं, यही वजह है कि लोग असहमति से जुड़े महत्वपूर्ण मामलों में उन पर भरोसा करते हैं। वे आसानी से स्वीकार्य और मददगार लगते हैं। तो अब आप जानते हैं कि उनका शुभंकर एक पैमाना क्यों है, क्योंकि वे तर्क के दोनों पक्षों को तौलते हैं और एक समाधान ढूंढते हैं। जीवन के बारे में उनका विचार जीवन के पैमाने को संतुलित रखना है, इसलिए जीवन के लिए उनका दृष्टिकोण कई बार बहुत ही कठिन होता है।

वृश्चिक

ताकत: साधन संपन्न, साहसी, भावुक, जिद्दी, एक सच्चा दोस्त

कमजोरियाँ: निर्जन, ईर्ष्या, गुप्त, हिंसक

वृश्चिक पसंद करता है: सत्य, तथ्य, सही होना, लंबे समय तक दोस्त, चिढ़ना, एक भव्य जुनून

वृश्चिक नापसंद: बेईमानी, रहस्य का खुलासा, निष्क्रिय लोग

वृश्चिक राशि के जन्में भावुक और मुखर लोग होते हैं। वे दृढ़ और निर्णायक हैं, और तब तक शोध करेंगे जब तक वे सच्चाई का पता नहीं लगा लेते। वृश्चिक एक महान नेता है, जो हमेशा स्थिति से अवगत होता है और संसाधन कुशलता में प्रमुखता से होता है।

वृश्चिक एक जल चिन्ह है और भावनाओं को अनुभव करने और व्यक्त करने के लिए रहता है। यद्यपि वृश्चिक के लिए भावनाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं, वे उन्हें अन्य जल संकेतों की तुलना में अलग तरीके से प्रकट करते हैं। किसी भी मामले में, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि वृश्चिक आपके रहस्यों को रखेगा, जो कुछ भी वे हो सकते हैं।

वृश्चिक राशि के लोगों में करिश्माई व्यक्तित्व होता है, आप उनकी मदद नहीं कर सकते, लेकिन उनकी उपस्थिति को महसूस कर सकते हैं। उनके व्यक्तित्व और ताकत की भावना के बारे में रहस्य की एक हवा है। एक बिच्छू आरोही कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जिसे इधर-उधर धकेला जा सके या ले जाया जा सके। वे सम्मानित होना चाहते हैं, सम्मानित होते हैं, और कई बार पूजा करते हैं या डरते भी हैं। वे शक्तिशाली लोगों, मजबूत दिमाग और महत्वाकांक्षी के रूप में सामने आते हैं। उनका तरीका अक्सर चरम को छूता है; वे असाधारण रूप से शांत या पूरी तरह से जोर से हो सकते हैं।

आप या तो उनकी सनकीपन के लिए उनसे प्यार कर सकते हैं या उनके वास्तविक और आगे होने के लिए उनसे नफरत कर सकते हैं, कोई बीच में नहीं है। वे जो कुछ भी करते हैं वह गौर और सराहना की जाती है। उनके कार्यों और जीवन के तरीके को लोगों की कड़ी प्रतिक्रिया मिलती है। उनका अंतर्ज्ञान इतना मजबूत है कि वे किसी भी खतरे को जल्दी से महसूस कर सकते हैं, जैसे एक बिच्छू करता है। वे आपके आडंबर के माध्यम से देख सकते हैं ताकि वृश्चिक के सामने उठने के दौरान खुद को होना बेहतर हो। उनका व्यक्तित्व या तो पुरुषवादी या आकर्षक लगता है।

धनु

लक्षण – धनु आरोही

ताकत: उदार, आदर्शवादी.

कमजोरी: अधिक से अधिक देने का वादा कर सकते हैं, बहुत अधीर, कुछ भी नहीं कहेंगे चाहे कितना भी अनिष्टकारी हो

पसंद : स्वतंत्रता, यात्रा, दर्शन, बाहर होना

नापसंद: कंजूस लोग, विवश होकर, दीवार के सिद्धांत, विवरण

इनके व्यक्तित्व में गुरू का प्रभाव देखने को मिलता है, जिस कारण ये लोग आस्तिक और दर्शन शास्त्र में रूचि रखते हैं। इनकी छाती पुष्ठ और ऊंची है और ब़डा शरीर होने के साथ-साथ कद सामान्य होता है। इनकी कफ विकृत्ति होने के कारण इन पर मौसम के परिवर्तन का बहुत जल्दी प्रभाव प़डता है, जिसके लिए इन्हें सादा पानी और आयुर्वेदिक दवाइयों का अधिक प्रयोग करना चाहिए। ऎसे व्यक्तियों की आध्यात्म और ज्योतिष के प्रति रूचि अधिक होती है। ऎसे व्यक्ति बुद्धिमान होते हैं। ऎसे व्यक्ति सबसे श्रेष्ठ होते हैं और बहुत ज्ञाता होते हैं, लेकिन अगर गुरू बहुत बलवान हो जाये तो ऎसे व्यक्तियों में अपने ज्ञान को लेकर थो़डा अहंकार भी आ जाता है और वह अपने ज्ञान का बखान करने लगते हैं। ऎसे व्यक्ति अपनी बातों में गंभीरता लिये होते हैं। धनी, सम्मानित और समाज में प्रतिष्ठित होते हैं। ये लोग अच्छे सलाहकार साबित होते हैं, परन्तु बिना मांगे किसी को सलाह देने से बचें अन्यथा आलोचना के पात्र बन सकते हैं। इन लोगों की वित्त प्रबंधन/सलाह अच्छी होती है। ये लोग पैसों का हिसाब-किताब भलीभांति रख पाते हैं। ऎसे व्यक्तियों में लगातार अपने लक्ष्य की ओर केन्द्रित रहते हैं और जब तक उसको प्राप्त नहीं कर लेते, तब तक शान्ति से नहीं बैठते हैं। ऎसे व्यक्ति हमेशा प्रसन्नचित्त अवस्था में रहते हैं। ऎसे व्यक्तियों की ज्यादातर रूचि अपने पारम्परिक व्यवसायों को आगे बढ़ाने में ही रहती है। इस गुण के कारण कभी-कभी थो़डे पुराने विचार व्यक्तित्व में मुख्य रूप से केन्द्रित होने लगते हैं। इनमें दूरदर्शिता का गुण भी देखा जाता है जिस कारण इनके कार्यो में हानि की मात्रा में भी कमी आती है। ये लोग ईश्वरप्रिय होने के कारण गलत कार्यो से दूरी बनाये रखते हैं और कभी-कभी चिन्तित भी हो जाते हैं।
ये लोग आदर्शवादी होने के कारण उत्साही रहते हैं। इन लोगों में छल-कपट की भावना नहीं होती और कभी इनके साथ ऎसा होने पर ये लोग काफी समय तक उस बारे में सोचते रहते हैं, तो इन्हें अपनी इस आदत का बदलने का प्रयास करना चाहिए। इन लोगों को मीठा अधिक पसंद होता है जिस कारण ये थो़डे मोटे होते हैं और इन्हें मीठे का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि इनमें डायबिटिज होने की भी संभावना बनी रहती है।

कभी-कभी अन्य लोग इन्हें दूसरों के खिलाफ भ़डकाने का प्रयास करते हैं, परन्तु ये लोग अपनी सूझ-बूझ और समझदारी का परिचय देते हुए उन बातों पर गौर नहीं करते। ये लोग ईमानदार होते हैं। ये लोग खजांची होते हैं। धन संयम/प्रबंधन (वर्तमान में वित्तीय प्रबंधक या सलाहकार) की कला से ओतप्रोत रहते हैं।

मकर

ताकत: जिम्मेदार, अनुशासित, आत्म-नियंत्रण, अच्छे प्रबंधक

कमजोरियाँ: पता है कि यह-सब, अक्षम, कृपालु, सबसे उम्मीद है

मकर राशि वाले पसंद करते हैं: परिवार, परंपरा, संगीत, समझ की स्थिति, गुणवत्ता शिल्प कौशल

मकर नापसंद: लगभग सभी कुछ बिंदु पर

इनके व्यक्तित्व पर शनि का प्रभाव दिखाई प़डता है। इनकी आँखें गहरी और सुन्दर होती है। इनका कद लम्बा परन्तु शरीर से ये पतले होते हैं। मेहनती होते हैं, इसलिए बिना रूके निरन्तर कार्य करते रहते हैं, जिस कारण इनके किये हुए कार्यो में गलतियों की संभावना कम रहती है। ये लोग जितने मेहनती होते हैं, कभी-कभी उतने ही आलसी भी हो जाते हैं।  ऎसे व्यक्ति दृढ़ निश्चयी और संयमी होते हैं। जीवन से आने वाली बाधाओं से घबराते नहीं हैं, बल्कि उनका डटकर मुकाबला करते हैं। अगर ये लोग बदला लेने पर आ जाये तो पीछे नहीं हटते। दूसरों की मदद करने वाले होते हैं। ये लोग हँसमुख होते हैं।  ये लोग खर्चीलें होते हैं, इन्हें धन बचाने की आदत शुरू से करनी चाहिए। ये लोग कम समय में किसी भी परिस्थिति में अपने का ढालने में दक्ष होते हैं। इनके जीवन में बहुत सारी इच्छाएँ होती हैं परन्तु इनकी सफलता धीरे-धीरे मिलती है। इनमें झुककर चलने की आदत होती है, ये लोग अपनी आँखें नीची करके चलते हैं। इनका सिर ब़डा और नाक लम्बी होती है। ये लोग जितने समझदार दिखते हैं, उससे ज्यादा समझदार होते हैं। ऎसे व्यक्ति गलत बातें सहन नहीं कर पाते चाहे उस विरोध में अकेले ही रह जाये। ऎसा करना कभी-कभी घातक सिद्ध होता है। इसलिए अपने आप संयम बनाये रखें और ज्यादा क्रोध ना करें। ऎसे व्यक्ति अपनी समझदारी और सूझ-बूझ का परिचय देते हुए ब़डी ही आसानी से अपना कार्य करवा लेते हैं।  हर विषय में इनकी रूचि रहती है और हर क्षेत्र में सफलता पाना चाहे हैं और अपनी मेहनत और लगन से सफलता हासिल कर भी लेते हैं। इनको न्याय पसंद होता है और कभी किसी के साथ धोखा नहीं करते। ऎसे व्यक्ति बहुत जल्दी असफलता मिलने पर निराश हो जाते हैं परन्तु थो़डी देर अकेले समय बिताने पर सोच-विचार करके निराशा से बाहर भी आ जाते हैं और अपने कार्यो में जुट जाते हैं। ऎसे व्यक्ति फिजूल की बातें में अपना वक्त जाया नहीं करते और अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं। 
कभी-कभी आलस्य आने पर ये लोग अपना पूरा-पूरा दिन तक खराब कर देते हैं और फिर इन्हें इस बात का अफसोस होता है। इन्हें अपने आलस्य को छो़डकर कार्यो में जुट जाना चाहिए। ये लोग परोपकारी होते हैं और अनुशासन पसंद करते हैं। अपने सिद्धान्तों पर जीतेे हैं और लोगों से भी वही उम्मीद करते हैं अन्यथा दण्ड देने से भी पीछे नहीं हटते हैं। इन्हें अपना एकाधिकार पसंद होता है इसलिये ऎसे व्यक्तियों के ज्यादा मित्रगण नहीं होते क्योंकि ये किसी पर विश्वास नहीं कर पाते हैं।

कुम्भ

ताकत: प्रगतिशील, मूल, स्वतंत्र, मानवीय

कमजोरी: भावनात्मक अभिव्यक्ति, मनमौजी, असभ्य, अलग-थलग से चलता है

कुंभ पसंद करता है: दोस्तों के साथ मज़ा, दूसरों की मदद करना, कारणों से लड़ना, बौद्धिक बातचीत, एक अच्छा श्रोता

कुंभ राशि नापसंद: सीमाएं, टूटे हुए वादे, एकाकी, नीरस या उबाऊ स्थिति, जो लोग उनसे असहमत हैं।

कुंभ लग्न के व्यक्तित्व पर शनि का प्रभाव दिखाई प़डता है। ऎसे व्यक्ति लम्बे, पतले, सुन्दर और आकर्षित दिखते हैं। कमर थो़डी-सी झुकी हुई या हल्का सा झुककर चलन इनकी आदत में शुमार होता है। इनकी आँखें गहरी होती हैं और नीचे की ओर देखकर ही चलते हैं। ऎसे व्यक्ति दिल के साफ और महत्त्वकांक्षी होते हैं। अपने कार्यो में किसी का हस्तक्षेप सहन नहीं करते।  ऎसे व्यक्ति परोपकारी और उदार होते हैं। ऎसे व्यक्ति चि़डचि़डे होते हैं और समूह के साथ कार्य करना अच्छा लगता है इसलिए उनके मित्र भी अधिक होते हैं। इन्हें लोगों को साथ लेकर चलना अच्छा लगता है। परन्तु ये अपने द्वारा किये हुए कार्यो का श्रेय लेने से बचते हैं और हमेशा पीछे रहकर ही कार्य करना पसंद होता है। ये लोग थो़डे शर्मीले होते हैं इसलिए भी़ड में आकर अपनी बात नहीं कह पाते। इन्हें खुलकर अपनी बात कहने का प्रयास करना चाहिए। ये जितने अच्छे लेखक साबित होते हैं, उतना वाक्-कौशल नहीं होते हैं, इन्हें बहुत जल्दी गुस्सा आ जाता है, परन्तु जितनी जल्दी आता है, उतनी ही जल्दी शान्त भी हो जाता है। ऎसे व्यक्तियों की साहित्य में रूचि होती है और अच्छे साहित्यकार के रूप में भी सामने आते हैं।  इन्हें अपने व्यवहार में थो़डा-सा परिवर्तन करना चाहिए। दूसरों की बातें सुनना और अपनी बातों को खुलकर बोलने की आदत डालनी चाहिए। ऎसे व्यक्ति कठोर परिश्रमी होती हैं परन्तु कभी-कभी आलसी भी हो जाते हैं। इन्हें आलस्य को त्यागकर कार्यो में लगे रहना चाहिए। 
ऎसे व्यक्ति विषयों की गहराई मे जाकर सोचते हैं, परन्तु इनकी सोच और लोगों की सोच से भिन्न होती है इसलिए लोग इनकी बातों को आसानी से समझ नहीं पाते। ऎसे व्यक्ति आध्यात्म के प्रति रूचि रखते हैं और इनकी दर्शन शास्त्र में भी विशेष रूप से रूचि होती है और अपनी दिनचर्या में भी उसे शामिल करते हैं। 

ऎसे व्यक्ति बहुत धीरे-धीरे सोच समझकर कार्य करने वाले होते हैं और संघर्षशील होते हैं। ऎसे व्यक्ति में सबसे अलग व्यवहार और संयमशील होने की आदत होती है। कभी-कभी इनका स्वाभिमान अहंकार में परिवर्तित होने लगता है। इसके लिए इन्हें हमेशा अपन स्वाभिमान को महत्त्व नहीं देना चाहिए। कभी-कभी दूसरों की खुशी का भी ध्यान रखकर कार्य कर लेना चाहिए।

मीन

लक्षण – मीन लग्न

ताकत: दयालु, कलात्मक, सहज, सौम्य, बुद्धिमान, संगीत

कमजोरी: भयभीत, अति विश्वास करने वाला, दुखी, वास्तविकता से बचने की इच्छा, शिकार या शहीद हो सकता है

मीन राशि वाले पसंद करते हैं: अकेले रहना, सोना, संगीत, रोमांस, दृश्य मीडिया, तैराकी, आध्यात्मिक विषय

मीन नापसंद: किसी भी तरह की क्रूरता

मीन लग्न वाले व्यक्ति का व्यक्तित्व गुरू के समान होता है। मध्यम ऊंचाई, गोल और सुन्दर आँखें और थो़डे मोटे होते हैं। ऎसे व्यक्ति थो़डे से जिद्दी, धार्मिक और संयमी होते हैं। गुरू के समान आदर और सम्मान पाने वाले होते हैं। बहुत जल्दी लोगों के बीच में अपनी जगह बना लेते हैं। चेहरे पर एक तेज होता है। ऎसे व्यक्ति अच्छे वक्ता, गुरू और सलाहकार साबित होते हैं। थो़डे से पारम्परिक होते हैं अत: आसानी से अपनी ज़डों से दूर नहीं जा पाते। इन्हें आसानी से गुस्सा नहीं आता परन्तु जब आता है तो कोई भी नहीं बचा पाता। ऎसे व्यक्ति गंभीर होते हैं और सभी बातें भूल सकते हैं परन्तु अपनी परम्परा और सिद्धान्तों को नहीं भूल सकते। धर्म के विरूद्ध जाकर ना तो कुछ करते है और ना ही करने देते हैं, महत्वकांक्षी होते हैं। इन्हें स्वतंत्र रहना पसंद होता है, परन्तु अपने से ब़डों द्वारा कहीं गई बातें पर अमल करते हैं।  थो़डे से कंजूस होते हैं, परन्तु अपने ऊपर खर्चा करने से पीछे नहीं हटते। आत्मविश्वासी होते हैं और अपने आत्मविश्वास के कारण ही सफलता प्राप्त करते हैं और सम्मान पाते हैं। धार्मिक ग्रन्थों और साहित्य के प्रति इनकी रूचि होती है और अच्छे गुरू साबित होते हैं। अक्सर लोग अपनी परेशानी लेकर इन लोगों के पास आते हैं और इनसे सलाह पाकर खुश भी होते हैं। धार्मिक कार्यो में धन खर्च करने से पीछे नहीं हटते और धन संचय करने की आदत भी इनमें देखी जाती है। अपने कार्यो को करने में दक्ष और दृढ़ निश्चयी होते हैं। इसी कारण कार्यो को समय से पहले कर लेना इनकी विशेषता होती है। ये सम्मान करना बखूबी जानते हैं। ऎसे व्यक्ति अपनी उम्र से ब़डी-ब़डी अर्थात् परिपक्व बातें करते हैं और इन्हें सुनना अच्छा लगता है। इनकी कार्यप्रणाली सादी और सरल होती है परन्तु ये लोक अक्सर ज्ञान बाँटते हुए दिखाई देते हैं। 
ये लोग गलती करने पर सजा भी देते हैं और कभी-कभी नम्र और कभी-कभी कठोर भी बन जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य धर्म के प्रति ज्ञान अर्जित करना और बाँटना होता है, चाहे फिर वह इसके लिए लोगों को डराना ही क्यों ना प़डे। इन्हें समझना थो़डा-सा मुश्किल होता है। इन्हें अपनी सोच दूसरों पर नहीं थोपनी चाहिए और उन्हें समझने का प्रयास करना चाहिए। इससे लोग उनका ज्यादा सम्मान करेंगे और लोग खुलकर उनसे अपनी बातें कह पायेंगे।

ज्योतिष सीखें

Jyotish in Hindi -Part 1Jyotish in Hindi –Part 2Jyotish in Hindi –Part 3Jyotish in Hindi –Part 4
Jyotish in Hindi –Part 5Jyotish in Hindi –Part 6Jyotish in Hindi –Part 7Jyotish in Hindi –Part 8
Jyotish in Hindi –Part 9Jyotish in Hindi –Part 10Jyotish in Hindi –Part 11Jyotish in Hindi –Part 12
Jyotish in Hindi -Part 13Navgrah Ke Upay In HindiLagna